Saturday, December 3, 2011

Ye Zindagi Ka Safar... A journey transcending life and death

The sudden death of close person's grandfather today once again forced me to think about the profound sanctity of life and how and why we go on wasting life on petty matters.. Dedicated to all those who have felt this pain...somewhere sometime in life...


ये ज़िन्दगी का सफ़र अभी कटा तो नहीं
जनम जनम का मेरे हिसाब हुआ तो नहीं
ये ज़िन्दगी का सफ़र ...अभी कटा तो  नहीं

किसी को आज तलक न भेद इसका मिला|
जिससे पता भी चला, वोह कह सका तो नहीं|
ये ज़िन्दगी का सफ़र ...अभी कटा तो  नहीं

सदा रहा न कोई सदा रहेगा न कोई
सदा जला जो करे ये वोह दिया तो नहीं|
ये ज़िन्दगी का सफ़र ...

सफ़र ये ऐसा सफ़र जो न तिल छते न बड़े |
बदल भी जाये कभी, ये वोह फैसला तो नहीं|
येः ज़िन्दगी का सफ़र अभी कटा तो नहीं|

है कितना और सफा किस्से पता हैं यहाँ|
चला चली में कभी, ये कहीं रुका तो नहीं|
ये ज़िन्दगी का सफ़र ..अभी कटा तो नहीं

चला किधर से हूँ में ..और पहुंचना है कहाँ ..
नगर डगर की तरह ये सिलसिला तो नहीं ..
ये ज़िन्दगी का सफ़र ..

जो ख़तम होगा सफ़र ..तो नींद होगी अमर ..
जो ख़तम होगा सफ़र ..तो नींद होगी अमर ..
जो सो गया इस सफ़र में ..वोह कभी जगा तो नहीं ..


ये ज़िन्दगी का सफ़र अभी कटा तो नहीं|